जेईई का फुल फॉर्म (संयुक्त प्रवेश परीक्षा) Joint Entrance Examination होता है भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए यह एक विशेष प्रकार का परीक्षा होता है,
इस एग्जाम को पास करने
पर इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश मिलता है जेईई प्रवेश परीक्षा मुख्य रूप से दो भाग में
बटा होता है JEE Main एवं JEE
Advance.
जेईई परीक्षा के भाग:-
जेईई परीक्षा के दो भाग होते हैं
1st जेईई मेन
2nd जेईई एडवांस
जेईई मेंस
पहले होता है और इसमें उत्तरण होने के बाद जेईई एडवांस होता है जेईई मेंस में तीन वर्ष मिलते हैं जेईई एडवांस में दो वर्ष मिलते हैं.
जेईई मेन(JEE Main):-
इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए जेईईमेन का एग्जाम Central Board Of Secondary Education (CBSE) के द्वारा कराया जाता है इस परीक्षा में जितने भी विद्यार्थी अच्छे अंको से पास होते हैं.
उनका प्रवेश IITs, NITs, CFTIs, एवं दूसरे इंजीनियरिंग
कॉलेजों में मिलता है जो प्रदेश सरकार द्वारा संचालित किया जा रहे हैं। इसमें कुछ
प्राइवेट कॉलेज भी होते हैं जिन में प्रवेश मिलता है सरकारी एवं प्राइवेट कॉलेज में शिक्षा में कोई अंतर नहीं
होता है.
जेईई परीक्षा में जनरल एवं ओबीसी के विद्यार्थी को न्यूनतम
75 % अंक लाना आवश्यक होता है और आरक्षण वाले
विद्यार्थी जैसे अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी को न्यूनतम 65 % अंक लाना आवश्यक होता है जेईई
मेन मे एक विद्यार्थी को अधिकतम तीन बार चांस
मिलता है.
जेईई एडवांस(JEE Advance):-
जेईई मेन की तरह जेईई एडवांस होता है लेकिन जेईई एडवांस को IITs के द्वारा संचालित कराया जाता है इस परीक्षा में जो भी विद्यार्थी अच्छे अंको से उत्तीर्ण होता है.
उनका प्रवेश आईआईटीएस कालेज में होता है जेईई एडवांस का प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस थोड़ा कठिन होता है जेईई मेन में उत्तरण होने के बाद जेईई एडवांस में बैठने का अवसर प्राप्त होता है,
जेईई एडवांस परीक्षा 1 उम्मीदवारों
को लगातार दो बार देने का अवसर प्रदान होता है.
जेईई मेन प्रवेश परीक्षा की योग्यता:-
जेईईमेन प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थी को बैठने के लिए 10+2 का एग्जाम दिया हो या पास हो चुका हो। विद्यार्थी का बोर्ड में (PCM )होना चाहिए।
P= Physics ( भौतिक विज्ञान)
C= Chemistry ( रसायन विज्ञान)
M= Math (गणित)
विद्यार्थी का न्यूनतम आयु
17 वर्ष होनी चाहिए।
जेईई परीक्षा का पैटर्न:-
जेईई का एग्जाम ऑनलाइन होता है इसमें बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं हर एक प्रश्न का चार उत्तर दिया रहता है जिसमें से एक से ही होता है सही उत्तर बताने पर एक प्रश्न का 4 नंबर मिलता है,
और एक प्रश्न गलत होने पर 1/4 नंबर काट लिया
जाता है इस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग भी होती है जिसके वजह से नंबर कट जाते हैं
गलत उत्तर बताने पर।
इस एग्जाम में फिजिक्स
केमिस्ट्री और मैथ में से सभी विषय से 30 - 30 प्रश्न पूछे जाते हैं सभी मिलाकर 90 प्रश्न होता है जिसका खून पूरा 360
होता है.
JEE के अन्य फुल फॉर्म:-
- Japan environment exchange
- Journal electrical engineering
- Journal econonmic entomology
- Java Enterprise edition
- java platform Enterprise additio
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